Shark Tank India-3: लोग कहते थे तू पढ़ा-लिखा नहीं बिजनेस कैसे करेगा? आदिल कादरी ने खड़ी कर दी 100 करोड़ की कंपनी
Shark Tank India-3 में पहले दिन कुल 3 स्टार्टअप ने शार्क के सामने अपना आइडिया पिच किया था, जिनमें से एक स्टार्टअप है आदिल कादरी. अपने स्टार्टअप को आदिल कादरी (Adil Qadri) ने अपना ही नाम दे दिया है और उसे ही ब्रांड बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India-3) के तीसरे सीजन की शुरुआत हो चुकी है. इसमें भी तमाम सीजन की तरह कई सारे स्टार्टअप (Startup) आ रहे हैं, जो शार्क के सामने अपने स्टार्टअप को पिच कर रहे हैं. इनमें कई तरह के स्टार्टअप आ रहे हैं. पहले दिन कुल 3 स्टार्टअप ने शार्क के सामने अपना आइडिया पिच किया था, जिनमें से एक स्टार्टअप है आदिल कादरी. अपने स्टार्टअप को आदिल कादरी (Adil Qadri) ने अपना ही नाम दे दिया है और उसे ही ब्रांड बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं.
आदिल कादरी ब्रांड की शुरुआत आदिल ने 2019 में की थी. 29 साल के आदिल कादरी गुजरात के टीयर-3 शहर बिलिमोरा में रहते हैं. शुरुआत में तो उन्हें बहुत सारे लोगों ने कहा कि वह पढ़े-लिखे नहीं हैं, अंग्रेजी नहीं आती तो आगे नहीं जा सकते, लेकिन आदिल ने मेहनत की और अपना एक अलग रास्ता बनाया.
100 करोड़ का वैल्युएशन, विनीता सिंह ने किया निवेश
शार्क टैंक इंडिया में आदिल ने 200 करोड़ रुपये की वैल्युएशन पर 0.5 फीसदी इक्विटी के बदले 1 करोड़ रुपये की मांग की. तमाम शार्क ने उनके बिजनेस में दिलचस्पी नहीं दिखाई, लेकिन विनीता सिंह ने 1 फीसदी के बदले 1 करोड़ रुपये देकर उनके बिजनेस की वैल्यू 100 करोड़ रुपये लगाई.
अस्थमा के चलते 5वीं में छोड़ी पढ़ाई
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
आदिल कादरी को बचपन से ही अस्थमा है, जिसके चलते उन्हें 5वीं के बाद से ही स्कूल छोड़ना पड़ा. स्कूल छोड़ने के बाद 2005 से 2012 तक उन्होंने बहुत कुछ सीखा और कई कोर्स किए. 2014 में उनके अंकल ने उन्हें एसईओ यानी सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के बारे में बताया. इसके बाद उनकी डिजिटल मार्केटिंग की जर्नी शुरू हुई. वह एक एसईओ एक्सपर्ट की तरह काम करते रहे और फिर 2018 तक कई डी2सी वेबसाइट पर काम किया, लेकिन बात नहीं बनी.
धंधे का ज्ञान, खुश्बू की पहचान
आदिल के पिता 25 साल से इत्र की दुकान में काम कर रहे थे, जिसमें वही पुराने तरीके से इत्र की शीशियों में उसे देना, कोई स्टैंडर्ड नहीं होना, जिसके चलते हर बार खुश्बू में कुछ बदलाव हो जाता था. ये सब देखकर उन्होंने 2019 में आदिल कादरी ब्रांड की शुरुआत की. आदिल कहते हैं कि उनके शहर में उन्हें तीन खास चीजें सिखाई हैं. पहला है धंधे का ज्ञान, दूसरा है खुश्बू की पहचान और दूसरा है हर प्रॉब्लम से ऐसे लड़ो जैसे एक चट्टान.
इत्र का है बिजनेस
आदिल कादरी का बिजनेस इत्र का है. वह आज के हिसाब से मॉडर्न और प्रीमियम पैकेजिंग करते हैं. पहले लोग इत्र की बोतल को किसी को गिफ्ट देने में कतराते थे, लेकिन अब गिफ्टिंग में इसका खूब इस्तेमाल होता है. आदिल बताते हैं कि वह हर रोज करीब 3000 ऑर्डर प्रोसेस करते हैं और अब तक 10 लाख से भी अधिक ऑर्डर पूरे किए जा चुके हैं. आदिल कादरी ब्रांड अभी अमेजन और फ्लिपकार्ट पर इत्र की कैटेगरी में बेस्ट सेलर है, जिसे 3.8 की रेटिंग मिली हुई है. बता दें कि उनके 95 फीसदी ग्राहक पुरुष हैं. आदिल कहते हैं कि 'हर इंडस्ट्री का एक गुंडा होता है और इस इंडस्ट्री का गुंडा मैं हूं.'
तगड़ी कमाई कर रही कंपनी
आदिल कादरी का 95 फीसदी बिजनेस ऑनलाइन है और एवरेज सेलिंग प्राइस 800 रुपये है. वित्त वर्ष 2020-21 में उनके स्टार्टअप ने 5.3 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया था. 2021-22 में यह रेवेन्यू करीब दोगुना होकर 10 करोड़ रुपये हो गया. वहीं 2022-23 में फिर दोगुना हुआ और 20.7 करोड़ रुपये हो गया. अब 2023-24 में कंपनी का टारगेट बिजनेस को करीब 4 गुना करते हुए 80-90 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल करने का है.
अभी आदिल कादरी का बिजनेस नुकसान उठा रहा है, लेकिन उनका ग्रॉस मार्जिन लगभग 70 फीसदी है और इसी से इंप्रेस होकर विनीता सिंह ने इसमें पैसे लगाए हैं. आदिल बताते हैं कि उन्होंने अब तक अपने बिजनेस के लिए किसी से निवेश नहीं उठाया, बल्कि दो अलग-अलग एनबीएफसी से 2 और 4 करोड़ रुपये का लोन लिया है. वह कहते हैं कि इन लोन के चुकाने के लिए वह फिर से लोन ले सकते हैं और उनकी इसी बात ने बहुत सारे शार्क को निवेश करने से रोकने का भी काम किया.
02:13 PM IST